डॉ. कफील खान जिन NSA (नेशनल सिक्योरिटी एक्ट ) लगया गया था उनको अल्लाहाबाद हाई है। कोर्ट के आदेश के कई घंटो बाद कफील खान को जेल से रिहा किया गया। इलाहबाद हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी उन्हें १२ घंटो तक जेल में ही रखा गया।
डॉ. कफील खान ने कहा की उनको डर था की प्रशासन किसी और फ़र्ज़ी केस में दोबारा न फ़सादे। कोर्ट ने रात आखरी वक़्त मुक़र्रर किया था, और प्रशासन ने रात ११:५५ बजे डॉ. कफील को रिहा किया।
डॉ. कफील खान ने रिहा हो कर अगले दिन NDTV को इंटरव्यू में बताया की जब उन्हें मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था तो उनको अत्यधिक प्रताड़ित किया गया था। कफील खान ने कहा उन्हें डर था की वो उनका एनकाउंटर करने वाले है।
उन्होंने बताया की जब उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया तो डॉ. कफील खान ने अपनी आपबीती सुनाई जिस बिना पर मजिस्ट्रेट ने लिख कर के दिया की इन्हे उत्तर प्रदेश पुलिस से खतरा है।
उनका कहना हे की अगर कोर्ट ने यह कहा है की डॉ कफील खान की वजह से बीआरडी कॉलेज के बच्चो की मोत नहीं हुयी तो कोई तो इसका ज़िम्मेदार है। इसके लिए में आवाज़ उठाता रहूँगा।
डॉ. कफील पर अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में CAA के विरोध में भड़काऊ ब्यान देने का भी आरोप लगा था। उनको इस बयान देने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी कियागया था जिसकी वजह से उन्हें २ महीने जेल में भी रहना पड़ा था।
कोर्ट ने उन्हें इस इलज़ाम से भी बरी करते हुए कहा की उनका बयान भड़काऊ नहीं था, उन्हे बेवजह इस केस में फसाया गया था।
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