चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के एडिटर इन चीफ ने अपने ट्वीट में दावा किया है कि जून में भारत चीन के जवानों के बीच झड़प में चीन को कम नुकसान हुआ।
हुशीजन ने ट्वीट में लिखा है भारतीय सेना ने कोई चीनी सैनिक नहीं पकड़ा। लेकिन चीन ने उस दिन कई भारतीय सैनिकों को पकड़ा। इस ट्वीट के साथ एक भारतीय न्यूज़ रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट भी लगाया गया था। जिस पर फेक न्यूज़ का मार्क लगा था।
जून में भारत और चीन की गलवान घाटी में हुई झड़प में भारत के 20 जवानों की मौत हो गई थी। कई दशकों में दोनों देशों के बीच सीमा पर हुई यह पहली ऐसी घटना थी। चीन ने तब अपने बयान में नहीं बताया था कि उसके किसी सैनिक की मौत हुई है 2uया नहीं।
चीन के बयान के मुताबीख चीन की ओर से भी नुकसान हुआ था। तब से ही दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बना हुआ है। दोनों देशों के विदेश मंत्री भी रूस में मिल चुके हैं और तनाव रोकने की बात पर समझौता कर चुके हैं। लेकिन अब भी पूरी तरह से यह मुद्दा खत्म नहीं हुआ है।
गुरुवार को राज्यसभा में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर तनाव को लेकर बयान दिया। रक्षा मंत्री ने कहा कि देश हित में चाहे जितना बड़ा या कड़ा कदम उठाना पड़े भारत पीछे नहीं हटे गा। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत न तो अपना माथा झुकने देगा और ना ही किसी का माथा झुकाना चाहता है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने कहा भारत हर कदम उठाने को तैयार है और सेना की पूरी तैयारी है। हमारे जवानों का हौसला बुलंद है।
यह सच है कि लद्दाख में हम एक चुनौती से जूझ रहे हैं लेकिन हम चुनौती का सामना करेंगे। हम देश का माथा झुकने नहीं देंगे। हमारे जवान चीनी सेना से आंख से आंख मिलाकर खड़े हैं और सदन से उन्हें यही हौसला बढ़ाने का संदेश देना चाहिए।
राजनाथ सिंह ने यह भी बताया कि मई महीने की शुरुआत में चीन ने गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की सामान्य पेट्रोलिंग में अड़चनें खड़ी की और इसी वजह से दोनों देशों की सेनाओं में फेस ऑफ के हालात बने।
रक्षा मंत्री ने साथ ही कहा कि तनाव के हालात को सामान्य करने के लिए सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत चल रही थी की इसी बीच मई महीने के मध्य में चीन ने LAC के वेस्टर्न सेक्टर पर घुसपैठ करने की कोशिश की जिसे भारतीय सैनिकों ने तरीके से जवाब दिया।
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